अफ़साने कुछ अनजाने, और गीत पुराने लाया हूँ.... आज तुम्हारी बातों से मैं लफ़्ज़ चुराने आया हूँ.
Wednesday, August 26, 2009
एक सफ़दर चाहिए,
एक बिस्मिल , एक गांधी , एक सफ़दर चाहिए,
अब कलम की मार से ताज हिलना चाहिए
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