अब
राधा को छोड़ के उपवन
कुरूक्षेत्र
में जाना होगा .
काट
के दु:शासन के सिर को
काली
सा गुर्राना होगा
नही
चाहिए मुरली की धुन
ना
ही भौरों की गुंज़न
एक
कटार पैनी सी लेके
करना
है श्वानों का मर्दन
अब
राधा को छोड़ के उपवन
कुरूक्षेत्र
में जाना होगा
kamaal....
ReplyDeleteShukriyaa Deepaak :)
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