नहीं जोड़ सकते
कल मैं एक ऐसे व्यक्ति से मिला,
जो नया-नया बुद्ध धर्म को मानने वाला बना था..
माला जपता था और मंत्र पढ़ता था......
फिर मुझे याद आया कि वो मछली खाता है, और मुर्गे भी...
फिर मुझे याद आया कि बुद्ध ने आंगुलीमाल से क्या कहा था....
तुम उस पत्ते को मत तोड़ो ,
जिसको तुम शाखा से दुबारा नहीं जोड़ सकते ..
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